जहां तक बने कुछ बात करो
बहुत हो चुकी जहां की बातें
अब अपने मन की बात करो
चलो तुम कुछ शुरुआत करो
जहाँ तक बने कुछ बात करो
यूं ही न तुम सांझ से ढलो
यूँ ही न तुम पपीहे से जलो
इस दुनिया का अंत जहाँ है
तुम उस दूरी तक साथ चलो
चलो तुम कुछ शुरुआत करो
जहां तक बने कुछ बात करो
यूं ही मुहब्बत इफ़रात करो
कुछ सितारों की बारात करो
बसंत तो आने को है सखे
कुछ फ़ूलों की बरसात करो
चलो तुम कुछ शुरुआत करो
जहां तक बने कुछ बात करो
लाल पीले सपनीले सुनहले
जमके रंगो की बरसात करो
जीवन बीते पलक छांव में
मंद मन मृदंग आघात करो
चलो तुम कुछ शुरुआत करो
चलो तुम कुछ शुरुआत करो
जहां तक बने कुछ बात करो
सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंयूं ही मुहब्बत इफ़रात करो
जवाब देंहटाएंकुछ सितारों की बारात करो
बसंत तो आने को है सखे
कुछ फ़ूलों की बरसात करो
सुन्दर आवाहन , सुकोमल अहसास
bas baat se baat nikle , aisi koi baat karo...
जवाब देंहटाएंBahut khubsurat shuruaat........
जवाब देंहटाएंचलो तुम कुछ शुरुआत करो
जवाब देंहटाएंजहां तक बने कुछ बात करो....बहुत ही खुबसूरत और कोमल भावो की अभिवयक्ति......
सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंगहरी अभिव्यक्ति।
कोमल अहसासों की सुंदर प्रस्तुति,....
जवाब देंहटाएं"काव्यान्जलि"--नई पोस्ट--"बेटी और पेड़"--
बात शुरू करने के लिए खूबसूरत आग्रह।
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता।
प्रेमपुर्ण रचना
जवाब देंहटाएंसाधु-साधु
मृदंग समान मन पर आघात ..तो कुछ नहीं बहुत बातें होने लगती है ..
जवाब देंहटाएं"चलो तुम कुछ शुरुआत करो
जवाब देंहटाएंजहां तक बने कुछ बात करो
बहुत हो चुकी जहां की बातें
अब अपने मन की बात करो "
बहुत ही सुन्दर रचना
हमारे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
मालीगांव
बहुत ही सुन्दर और आशामय गीत |
जवाब देंहटाएं@इस दुनिया का अंत जहाँ है तुम उस दूरी तक साथ चलो
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव
यूं ही न तुम सांझ से ढलो
जवाब देंहटाएंयूँ ही न तुम पपीहे से जलो
इस दुनिया का अंत जहाँ है
तुम उस दूरी तक साथ चलो
...बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति...
वाह बहुत खूबसूरत गीत ..
जवाब देंहटाएंयूं ही मुहब्बत इफ़रात करो
जवाब देंहटाएंकुछ सितारों की बारात करो
बसंत तो आने को है सखे
कुछ फ़ूलों की बरसात करो
बेहद सुन्दरता से भावों को अभिव्यक्ति दी है आपने ......!
बहुत ही खूबसूरत रचना।
जवाब देंहटाएंसादर
वाह वाह....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गीत...
एकदम लयबद्ध ...
बधाई.
क्या बात कही है आपने ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गीत ..क्या बात है
जवाब देंहटाएंबहुत हो चुकी जहां की बातें
जवाब देंहटाएंअब अपने मन की बात करो
बहुत सुन्दर...
लाल पीले सपनीले सुनहले
जवाब देंहटाएंजमके रंगो की बरसात करो
जीवन बीते पलक छांव में
मंद मन मृदंग आघात करो.
सुंदर भाव समेटे सपनीली रचना, वाह !!!
बहुत खूबसूरत भाव की बरसात कर दी है !
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की बधाई !
बहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन अहसासों भरी रचना,.....
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..
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सार्थक और बेहद खूबसूरत,प्रभावी,उम्दा रचना है
जवाब देंहटाएं.....नववर्ष आप के लिए मंगलमय हो
शुभकामनओं के साथ
संजय भास्कर
बहुत सुन्दर रचना , सादर .
जवाब देंहटाएंनूतन वर्ष की मंगल कामनाओं के साथ मेरे ब्लॉग "meri kavitayen " पर आप सस्नेह/ सादर आमंत्रित हैं.
बढ़िया प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएं"टिप्स हिंदी" में ब्लॉग की तरफ से आपको नए साल के आगमन पर शुभ कामनाएं |
टिप्स हिंदी में
नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें। रचना अत्यंत मार्मिक एवम भाव-पू्र्ण। पुन: बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंसुन्दर संगीतमय सी रचना.
जवाब देंहटाएंपढकर मधुर तान सुनाई पढ़ रही है.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार जी.
बहुत ही शानदार रचना।
जवाब देंहटाएंhttp://ourayurvedicmedicine.blogspot.com