परिवर्तन प्रकृति का नियम है, जो कभी परिवर्तित नहीं होता। सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा जाए तो हर परिवर्तन नवीनता से भरपूर होता है, तो आइये इस नवीनता का स्वागत करें। नववर्ष आप सबके लिए मंगलकारी हो.....
क्या होगा
क्यों होगा
कब होगा
कैसे होगा
नई शंकाएँ
नए सवाल
जो होगा
जब होगा
तभी होगा
समय भी पाबंद है
खुद समय का
चाहकर भी
नही लाँघ सकता
समय की सीमा
क्यों न साथ चलें...
संध्या शर्मा