"नया साल"
आम इंसान की जिंदगानी में भी,
करिश्मा क्यूँ नहीं होता,
साल आता है, हर साल,
पर नया नहीं होता..
वही चिंता है, रोटी की,
तड़प रोज़ी की,
ऱब इन पर भी मेहरबां क्यूँ नहीं होता...
दाल रोटी पर अब तक जो
गुज़र करता था
हाल ये है के वो भी
अब नसीब नहीं होता....
साल नया तो अब दूर की बात रही,
रोज़ उठता तो है, मगर
सवेरा तक नहीं होता.........
आम इंसान की जिंदगानी में भी,
करिश्मा क्यूँ नहीं होता...............
"नया साल"
जवाब देंहटाएंआम इंसान की जिंदगानी में भी,
करिश्मा क्यूँ नहीं होता,
साल आता है, हर साल,
पर नया नहीं होता..
bilkul sach
kuchh nahi badalta
sirf ek tareeekh
aur fir waise hi saaree pareshani aur dukh..:)
fir bhi mere aur se
nav varsh ki subhkamnayen........
साल नया तो अब दूर की बात रही,
जवाब देंहटाएंरोज़ उठता तो है, मगर
सवेरा तक नहीं होता......
बहुत कटु सत्य..आम आदमी के दर्द की बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति..यही शुभकामना है कि नववर्ष आपके लिए मंगलमय हो ...
आपकी चिंता वाजिब है //
जवाब देंहटाएंनया वर्ष मंगलमय हो /
कटु सत्य..आम आदमी के दर्द की बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंहर पल यही है दिल की दुआ आपके लिए
जवाब देंहटाएंखुशियों भरा हो साल नया आपके लिए...
नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं.
आदरणीय ब्लागमित्र
जवाब देंहटाएंनमस्कार और नये साल की शुभकामनाऐं
मुकेशजी
जवाब देंहटाएंकैलाशजी
बबनजी
संजयजी
आप सभी ने मेरी रचना पर इतने रचनात्मक कमेंट्स देकर मेरा उत्साहवर्धन किया इसके लिए मैं आप सभी की ह्रदय से आभारी हूँ, आप सभी को व ब्लॉग जगत के सभी सदस्यों को मेरी ओर से नव वर्ष की हार्दिक हार्दिक शुभकामनायें...
कटु सत्य..आम आदमी के दर्द की बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंआपको और आपके परिवार को नव-वर्ष की शुभकामनाएँ
Yogendraji
जवाब देंहटाएंSanjay Chourasiyaji
Thanks.. &
Happy New Year to u & Your Family...
संध्या जी,
जवाब देंहटाएंनव वर्ष पर आपने आम आदमी के दर्द को कविता में ढाल कर अपने संवेदनशील हृदय का परिचय दिया है !
आप को नव वर्ष २०११ की अनंत मंगल कामनाएं !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
Gyanchandraji
जवाब देंहटाएंBahut-bahut dhanyawad, blog par aapka swagat hai..
आपको और आपके परिवार को नव-वर्ष की शुभकामनाएँ
आदरणीय sandhya sharma जी
जवाब देंहटाएं.आपको नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें
आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं|
जवाब देंहटाएंआपको नववर्ष 2011 मंगलमय हो ।
जवाब देंहटाएंएक बेहतरीन रचना ।
काबिले तारीफ़ शव्द संयोजन ।
बेहतरीन अनूठी कल्पना भावाव्यक्ति ।
सुन्दर भावाव्यक्ति । साधुवाद ।
satguru-satykikhoj.blogspot.com
"WISHING U ALL A WONDERFUL NEW YEAR FILLED WITH PROSPERITY, HAPPINESS, PEACE, HARMONY, JOY, WONDER, GOOD HEALTH, BLESSINGS & LOVE...."
जवाब देंहटाएंआदरणीय संध्या जी
जवाब देंहटाएंसादर प्रणाम
आपका शुक्रगुजार हूँ इस टिप्पणी के लिए ...आपने मुझे शतक के करीब पहुंचा दिया है ....अब देखते हैं की शतक कौन लगता है ...आपकी टिप्पणी पाकर मैं खुद को खुशनसीब समझ समझ रहा हूँ आशा है आप अपना मार्गदर्शन यूँ ही बनाये रखेगे ....बहुत बहुत आभार ....
छिनता जा रहा मजबूर के मुंह का निवाला.
जवाब देंहटाएंभ्रष्टाचारियों का पेट है ना कभी भरने वाला.
इसीलिये इनकी जिन्दगी में करिश्मा नहीं होता...
मेरे ब्लाग पर पधारकर स्वास्थ्य-सुख को फालो करने के लिये आपका आभार.
मित्रता के सिलसिले को बनाये रखने के लिये मैं भी आपके इस ब्लाग को फालो कर रहा हूँ ।
मेरे अन्य ब्लाग नजरिया पर मेरा नया आलेख "उम्मीद पर कायम दुनिया" देखें और अपने महत्वपूर्ण विचारों से अवगत करावें । यदि आप अपने स्तर के अनुकूल समझें तो कृपया देश, दुनिया व समाज की विसंगतियों पर नये नजरिये से लिखे जाने वाले आलेखों को अपनी दृष्टि में बनाये रखने हेतु मेरे इस ब्लाग 'नजरिया' को फालो भी करके इसे अपनी नजरों में बनाये रख सकती हैं । धन्यवाद सहित...
http://najariya.blogspot.com/
नूतन वर्ष की अनेकों शुभकामनाओं सहित...
केवल रामजी एवं सुशिल बाकलीवाल जी,आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं....सुशिल बाकलीवाल जी, आपका ब्लॉग पर स्वागत है ,यूँ ही अपना मार्गदर्शन देते रहिये ताकि और भी प्रगति कर सकूँ .
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ती. आम आदमी का दर्द..आभार
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना।
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