मुझको मन चाहिए
जिसमे नफरत न हो
मुझे ऐसा मन चाहिए
जहाँ शांति बसे
ऐसा वतन चाहिए
जहाँ फूलों पर न काँटों का घेरा हो
ऐसा चमन चाहिए
जिसमे पतझड़ न हो
एक ऐसा मधूबन चाहिए
प्यार की खुशबू से महके
ऐसी पवन चाहिए
इस दुनिया में जहाँ सबको धन चाहिए
मुझको तो बस एक सुंदर सा मन चाहिए
मुझको मन चाहिए ..........
अपने मनोभावों को बहुत सुन्दर शब्द दिये हैं।बधाई।
जवाब देंहटाएंआपकी रचना वाकई तारीफ के काबिल है ........संध्या जी
जवाब देंहटाएंसंजय जी, इतनी अच्छी और खूबसूरत प्रशंसा के लिए आपका बहुत - बहुत शुक्रिया,,,,
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना
जवाब देंहटाएंइस बार मेरे ब्लॉग पर
" मैं "
bahut sunder rachna
जवाब देंहटाएंफ़ूल और कांटे दोनो जीवन की सच्चाई है
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएं@ Dipti Sharmaji
जवाब देंहटाएं@ Rajeshji(Muskan)
@ Arun Sathiji
Aap sabhi ko in khoobsoorat comments ke liye dhanywad.... Aap sabhi ka blog par swagat hai...
मुझको तो बस एक सुंदर सा मन चाहिए
जवाब देंहटाएंमुझको मन चाहिए ..........
bahut achchi lagi.
संध्या जी,
जवाब देंहटाएंबहुत ही कोमल और सुन्दर भावनाओं को आपने अपनी लेखनी से उकेरा है !
मेरी ढेरों शुभकामनाएँ !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
इस दुनिया में जहाँ सबको धन चाहिए
जवाब देंहटाएंमुझको तो बस एक सुंदर सा मन चाहिए
सुन्दर बहुत सुन्दर.
आपको और आपके परिवार को मकर संक्रांति के पर्व की ढेरों शुभकामनाएँ !"
जवाब देंहटाएंsandhya jii
जवाब देंहटाएंapki man chahiye, naya saal aur khoobsoorti teeno rachnaye padhi......waakai bahut sunder likhti hain aap.........
आप सब को भी मकर संक्रांति, लोहरी एवं पोंगल की हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंMradulaji, Gyanchandji, Vandanaji, Dimpleji, Sanjay Bhaskarji, Devendra Sharmaji aap sabhi ne meri rachna ko itna saraha aur pyar diya iske liye main aap sabhi ki bahut - bahut aabhari hun, Aise hi meri housla afjai karte rahiyega.. Dhanywad.
जवाब देंहटाएंजिसमे नफरत न हो
जवाब देंहटाएंमुझे ऐसा मन चाहिए
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इस दुनिया में जहाँ सबको धन चाहिए
मुझको तो बस एक सुंदर सा मन चाहिए
कविता बहुत अच्छी लगी बहुत भावपूर्ण है
आपने जो कामना की है दुनिया में अगर ऐसा किसी के साथ हो जाता है तो ..उसे उससे बढ़कर क्या चाहिए ...पर कल्पना बहुत सुंदर है ....शुक्रिया
maine kahaa....shaayad aapke paas aisaa man pahle se hi hai....varnaa aisa likhti kaise....acchha likhaa hai aapne,,,
जवाब देंहटाएंकेवल राम जी आपका ब्लॉग पर बहुत - बहुत स्वागत है......आपकी इतनी सुंदर सी प्रतिक्रिया के लिए आभार..यूँ ही अपना मार्गदर्शन देते रहिये ताकि और भी प्रगति कर सकूँ ..
जवाब देंहटाएंराजीव जी आपने तो सच में मुझे पहचान दे दी है ,मुझे अब ऐसा लगता है, हर किसी के पास न सही पर बहुत से मन है ऐसे..शुक्रिया.. आप सब को भी मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं...