विरासत में मिली
जो रोक देती
मेरे तुम तक
बढ़ते कदम
मेरे पाँव मुझसे
नज़दीकियों की
मांग करते
जिसकी तलाश में
गुजरते रात -दिन
गुम कर दिया
मैंने अपना पता
अपने हाथों से
इसी दुनिया में रहते
नई दुनिया तराश डाली
अब मेरे मन के
दो पाँव हो गए
एक पाँव....
अतीत का साथ देता है
दूजा कहता है....
अतीत में जीना बुरा होता है....
अतीत में जीना बुरा होता है.... सच
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत ही बढिया ।
अतीत अगर दुःखदाई हो तो अतीत में जीना बुरा है जीवन प्रवाह चाहता है ,बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह , खूबसूरत रचना, सुन्दर शब्द चयन
जवाब देंहटाएंऔर न जाने कितने पाँव आगे लिए चल रहा है ..सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएंपाँव आगे बढने दीजिये
जवाब देंहटाएंमैंने अपना पता
जवाब देंहटाएंअपने हाथों से
इसी दुनिया में रहते
नई दुनिया तराश डाली,,,,सुंदर भावार्थ ,,,,,
RECENT POST बदनसीबी,
भावों से नाजुक शब्द को बहुत ही सहजता से रचना में रच दिया आपने.........
जवाब देंहटाएंपांव तो दो ही होते हैं। बस उन्हे साधना पड़ता है कि कदम ताल सही हो। :)
जवाब देंहटाएंअतीत अगर बुरा है तो उस अतीत को भुलाने की कोशिश
जवाब देंहटाएंकरके आगे बढ़ना चाहिए...
बेहतरीन रचना....
:-)
पर चलना तो वर्तमान में पड़ता है ..... यदि एक पाँव अतीत में ही रहे तो लड़खड़ा जाएंगे ....
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
मन डगमगाता है....पांव बढ़ते हैं खुद-ब-खुद...
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव...
सस्नेह
अनु
अदभुत--बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई
ये भी एक कशमकश है..... सुंदर पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंअब मेरे मन के
जवाब देंहटाएंदो पाँव हो गए
एक पाँव....
अतीत का साथ देता है
दूजा कहता है....
अतीत में जीना बुरा होता है.
यह कशमकश छोड़ आगे बढना है
Latest postअनुभूति : चाल ,चलन, चरित्र (दूसरा भाग )
बेहद सुन्दर पंक्तियाँ हैं दी, हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंatit aur vartman ki kashmakash ki sundar abhivyakti..
जवाब देंहटाएंBadhai ... behtreen panktiyo ke liye
जवाब देंहटाएंhttp://ehsaasmere.blogspot.in/2013/02/blog-post.html
गुम कर दिया
जवाब देंहटाएंमैंने अपना पता
अपने हाथों से
इसी दुनिया में रहते
नई दुनिया तराश डाली
अब मेरे मन के
दो पाँव हो गए
एक पाँव....
अतीत का साथ देता है
दूजा कहता है....
अतीत में जीना बुरा होता है.
अजीब सी कसमकश
भीतर के अंतर्द्वंद को दर्शाती सुन्दर पोस्ट।
जवाब देंहटाएंमन के दो पांव .... एक दूसरे का रास्ता काटते रहते हैं
जवाब देंहटाएंBahut sundar rachna......
जवाब देंहटाएंबहुत बढि़या- सारिक खान
जवाब देंहटाएंhttp://sarikkhan.blogspot.in/
दो पाँव हो गए
जवाब देंहटाएंएक पाँव....
अतीत का साथ देता है
दूजा कहता है....
अतीत में जीना बुरा होता है....!
मन के अंतर्द्वंद्व को बेहतर अभिव्यक्ति मिली है ....गहन भावों का सम्प्रेषण ...!
man ki gahrayee men jhankti hui......
जवाब देंहटाएंbahut badiya sundar abhivyakti
जवाब देंहटाएंमन के अंतर्द्वन्द्व को दर्शाती सुंदर रचना ..
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