आया दीप जलाने वाला
मुरझाये जीवन में हमने
पाया फूल खिलाने वाला
विरहा के पल-पल से उपजा
मधुर मिलन का बीज निराला
क्षितिज ओर से नीलगगन पर
फैला बनकर नया उजाला
अधरों से सुधा रस बरसा
फैला बनकर नया उजाला
अधरों से सुधा रस बरसा
नैनो से झलके मधुशाला
झूम उठी हर डाली-डाली
पागल हुआ मन मतवाला
गीत ग़ज़ल में झलक उसकी
वह अक्षर की मोती माला
उर की हर धड़कन में गूंजे
राग सरगमिया यादों वाला
भाग्य लिखित जो भी होगा
पाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला
गीत ग़ज़ल में झलक उसकी
वह अक्षर की मोती माला
उर की हर धड़कन में गूंजे
राग सरगमिया यादों वाला
भाग्य लिखित जो भी होगा
पाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला
बस एक नाम ही रह जाएगा
जवाब देंहटाएंदुनिया का है खेल निराला
बहुत सही कहा आपने।
सादर
वाह..............
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर....मनभावन रचना....
अनु
भाग्य लिखित जो भी होगा
जवाब देंहटाएंपाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला
Bahut Sunder
भाग्य लिखित जो भी होगा
जवाब देंहटाएंपाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला
बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर अभिव्यक्ति,बेहतरीन रचना के लिए बधाई,...संध्या जी
MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...
बहुत अच्छी रचना !!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता संध्या जी
जवाब देंहटाएंवाह बहुत ही खुबसूरत लगी पोस्ट।
जवाब देंहटाएंविरहा के पल-पल से उपजा
जवाब देंहटाएंमधुर मिलन का बीज निराला
क्षितिज ओर से नीलगगन पर
फैला बनकर नया उजाला
बहुत कोमल भाव और सुंदर शब्दों से पिरोयी रचना !
भाग्य लिखित जो भी होगा
जवाब देंहटाएंपाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला... बहुत सही
गीत ग़ज़ल में झलक उसकी
जवाब देंहटाएंवह अक्षर की मोती माला
उर की हर धड़कन में गूंजे
राग सरगमिया यादों वाला
बहुत सुंदर
भाग्य लिखित जो भी होगा
जवाब देंहटाएंपाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला ...
लाजवाब और निराली कविता है ... दुनिया के ये निराले खेल तो चलते रहेंगे ...
दुनिया का है खेल निराला
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने....... सच्ची बातें कितनी सहजता से कविता के माध्यम से कह दी आपने संध्या जी
....बेहतरीन रचना
संजय भास्कर
सही लिखा है आपने की दुनिया एक मंच ही तो है जहाँ निराले खेल अपनी सार्थकता को सिद्ध करने की कोशिश करते रहते हैं ।
जवाब देंहटाएंवाह ... भावमय करती अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंदुनिया का है खेल निराला
जवाब देंहटाएंबहुत खूब....
शुभकामनायें आपको !
bahot sunder......
जवाब देंहटाएंविरहा के पल-पल से उपजा
जवाब देंहटाएंमधुर मिलन का बीज निराला
क्षितिज ओर से नीलगगन पर
फैला बनकर नया उजाला
bahut hi sndar aur prabhavshali rachana ..abhar .
जीवन का खेल निराला... सुन्दर अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंआभार..
भाग्य लिखित जो भी होगा
जवाब देंहटाएंपाएगा दुनिया में पाने वाला
बस एक नाम ही रह जाएगा
दुनिया का है खेल निराला
...बहुत सच कहा है...बहुत सुन्दर भावपूर्ण प्रवाहमयी रचना....
वाह! बहुत ही खूबसूरत रचना...
जवाब देंहटाएंवाकई बहुत अच्छी लगी...
अंधकार मिटाने मशाल ले चल पड़े
जवाब देंहटाएंथोड़े बहुत ही नही हौसले है बड़े बड़े
रोशनी भेजने का दावा जो करते रहे
देखते रह गए वे यूं सिर्फ़ खड़े खड़े
सुंदर भाव है कविता के और शिल्प भी…… आभार