होली के रंग
पुलकित है मन
पिया के संग
प्रीत फ़ुहार
पिचकारी की धार
टेसू के संग
मन मलंग
बिन पिए ही भंग
बना पतंग
मस्ती- उमंग
रिश्तो में घुले रंग
भीगा फ़ागुन
बिखरे रंग
खिल उठा मन में
इंद्रधनुष
नीर अमिय
सहेजो बूँद-बूँद
भरो सागर
रंग गई मैं
पहन चुनरिया
उनके रंग
आप सभी को सपरिवार रंगोत्सव होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ...
आप सभी को सपरिवार रंगोत्सव होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ...
होली की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंरंगों से सराबोर सुंदर रचना…रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ :))
जवाब देंहटाएंबिखरे रंग
जवाब देंहटाएंखिल उठा मन में
इंद्रधनुष.....बहुत ही सुन्दर , शुभकामनायें
सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें संध्या जी ! फाग का समांं बांधते बहुत ही मनभावन हाइकू !
जवाब देंहटाएंफागुनी रंग में रंगे लाजवाब हाइकू .. सबको होली की बधाई और मंगल कामनाएं ...
जवाब देंहटाएंहोली की मस्ती में पगे सुंदर शब्द..होली मुबारक...
जवाब देंहटाएंआपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंकल 06 /मार्च/2015 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
धन्यवाद !
sundar rachna.........
जवाब देंहटाएंhttp://hindikavitamanch.blogspot.in/
बहुत ही सुंदर होली रचना। होली की आपको ढेरों बधाईयां।
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंHoki ki bht-bht badhai
जवाब देंहटाएंसहेजा अमिय बूंदों को .. बहुत सुन्दर .
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना.बहुत बधाई आपको .
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