सोमवार, 28 मार्च 2011

आखिरी वक़्त मुस्कुराना है... संध्या शर्मा


जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
उम्मीदों से भरा खजाना है.

तिनका तिनका भी काम आएगा,
उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

शामिल हो जिसमें तेरी धड़कन भी,
मुझको वो गीत गुनगुनाना है.

दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
पर तेरे ख्वाब में भी आना है.

गर फुर्सत मिले तो आ जाना,
राह में पलकें भी तो बिछाना है. 

रूठी किस्मत को मनाने के लिए,
उनसे अब रूठना मनाना है.

अपनी मुस्कुराहट बचाकर  रक्खी हैं,
आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...   
      

46 टिप्‍पणियां:

  1. तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

    अपनी मुस्कुराहट बचाके रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...

    कमाल की पंक्तियाँ हैं संध्याजी..... बहुत बढ़िया ....

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  2. बहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...संध्याजी

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  3. जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
    उम्मीदों से भरा खजाना है.

    तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

    वाह ! कितनी सुन्दर पंक्तियाँ हैं ... मन मोह लिया इस चित्र ने तो !

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  4. तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.
    xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
    अपनी मुस्कुराहट बचाके रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...

    जीवन संजीदगी का नाम है और इसी संजीदगी को आपने शब्द दिए हैं ...किसी घर को बनाना और मुस्कराहट को बचा कर रखना जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण ही तो है ...आपका आभार

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  5. तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.
    Sundar!ati sundar !!sabase sundar !!!

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  6. Bahut hi Bhavpravan aur prem se sikt rachna.Padh kar achha laga.khas kar,
    दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है.
    Bahut khoob...likhte rahoye Sandhya ji.

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  7. दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है.

    बहुत खूब ...सुन्दर गज़ल

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  8. चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 29 -03 - 2011
    को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..

    http://charchamanch.blogspot.com/

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  9. दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है.
    संध्या जी,
    बहुत ही प्यारी ग़ज़ल कही है आपने !
    शुक्रिया !

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  10. गर फुर्सत मिले तो आ जाना,
    राह में पलकें भी तो बिछाना है.

    sunder swagat shabd.........

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  11. बहुत ही उम्दा गजल है आपकी। इसके लिए दिल से बस एक ही बात निकलती है-वाह।

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  12. अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...
    क्या बात है बहुत सुंदर .......

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  13. क्या खूबसूरत भावों को पिरोया है आपने अपनी इस सुन्दर अभिव्यक्ति में .सभी पंक्तियाँ अनुपम है.

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  14. अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...

    बहुत बढ़िया संध्याजी.
    सलाम.

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  15. ...आखिरी वक्‍त मुस्‍कुराना है...
    वाह अच्‍छी अभिव्‍यक्ति।
    सुंदर रचना।

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  16. उफ्फ्फ....क्या गज़ब की पंक्ति है....
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...वाह....

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  17. जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
    उम्मीदों से भरा खजाना है.

    वाकई जिंदगी ख्वाब ही है

    बहुत सुन्दर रचना.

    -harminder singh

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  18. @अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...

    अच्छा भाव है।

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  19. दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है.
    bahut komal bhaw se likhi hai aapne isise itni achchi hai.

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  20. शामिल हों जिसमे तेरी धड़कन भी
    मुझको वो गीत गुनगुनाना है
    *********************बहुत सुन्दर और कोमल भावों की रचना ..

    मगर असली जीवन दर्शन तो इसमें निहित है जो आपकी रचना को उच्चतम शिखर
    तक ले जाती है .....
    "अपनी मुस्कराहट बचाकर रक्खी है
    आखिरी वख्त मुस्कुराना है "

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  21. सुंदर रचना के लिए संध्या जी बधाई और शुभकामनाएं |

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  22. शामिल हो जिसमें तेरी धड़कन भी,
    मुझको वो गीत गुनगुनाना है.
    बहुत सुन्दर रचना.
    मेरे ब्लॉग पर आने और टिप्पणी दे कर हौसला आफजाई के लिए
    आपका तहे दिल से शुक्रिया.

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  23. तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

    उम्मीद बंधाती हुई खूबसूरत पंक्तियाँ.

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  24. तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

    वाह...लाजवाब रचना...बधाई स्वीकारें

    नीरज

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  25. गर फुर्सत मिले तो आ जाना,
    राह में पलकें भी तो बिछाना है.

    रूठी किस्मत को मनाने के लिए,
    उनसे अब रूठना मनाना है.

    वाह...लाजवाब रचना...बधाई स्वीकारें

    जवाब देंहटाएं
  26. जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
    उम्मीदों से भरा खजाना है.
    बहुत सुन्दर. आशावादी दृष्टिकोण है आपका. मेरी बधाई स्वीकारें

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  27. तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

    दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है.

    अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...

    सारे शब्द बंध एक से बढ़ कर एक हैं ! अनुपम रचना के लिये बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनायें !

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  28. मेरी लड़ाई Corruption के खिलाफ है आपके साथ के बिना अधूरी है आप सभी मेरे ब्लॉग को follow करके और follow कराके मेरी मिम्मत बढ़ाये, और मेरा साथ दे ..

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  29. शामिल हो जिसमें तेरी धड़कन भी,
    मुझको वो गीत गुनगुनाना है.

    बहुत संजीदा भाव है

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  30. "जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो..."

    काश हम इसकी क़द्र कर सकें !
    शुभकामनायें !

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  31. Congratulations India !! yes.......... DIYA GHUMAKE........
    It feels great to witness history & be a part of it............SALUTE TO TEAM INDIA 4 MAKING US PROUD............... PROUD TO BE AN INDIAN.

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  32. दिन मैं सूरज गायब हो सकता है

    रोशनी नही

    दिल टू सटकता है

    दोस्ती नही

    आप टिप्पणी करना भूल सकते हो

    हम नही

    हम से टॉस कोई भी जीत सकता है

    पर मैच नही

    चक दे इंडिया हम ही जीत गए

    भारत के विश्व चैम्पियन बनने पर आप सबको ढेरों बधाइयाँ और आपको एवं आपके परिवार को हिंदी नया साल(नवसंवत्सर२०६८ )की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!

    आपका स्वागत है
    "गौ ह्त्या के चंद कारण और हमारे जीवन में भूमिका!"
    और
    121 करोड़ हिंदुस्तानियों का सपना पूरा हो गया

    आपके सुझाव और संदेश जरुर दे!

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  33. सुंदर रचना|
    नवसंवत्सर २०६८ की हार्दिक शुभकामनाएँ|

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  34. मुस्कुराना जिंदगी का नाम हो जाए तो भी बुरा नहीं :)

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  35. नवसंवत्सर २०६८ की आप सभी को हार्दिक - हार्दिक शुभकामनाएँ....

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  36. दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है ...

    कितना खूबसूरत ख्याल है ... सच है नींद उड़ाना अच्छा नही ...

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  37. अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति..नवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें!

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  38. अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है... सुन्दर बात...अच्छी लगी.
    ____________________
    'पाखी की दुनिया' में भी आपका स्वागत है.

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  39. मनमोहक रचना है |
    --------------------------
    जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
    उम्मीदों से भरा खजाना है.

    तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.

    जवाब देंहटाएं
  40. Bahut hi sundar panktiyan. . . Aabhar. . . . Jai hind jai bharat

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  41. Ek baar phir se padhi. Pta nahi kyun pyaari lagti hai ye kavitaa.
    Jai hind jai bharat

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  42. जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
    उम्मीदों से भरा खजाना है.


    आपकी कविता बहुत ही आशापूर्ण है इसमें जीवन में जीने की राह है सब कुछ पाने की चाह है,सबसे बड़ी बात कि इस कविता में ईश्वर का प्रेम, सनिध्य,ईशवर की भक्ति पाने की राह है।

    तिनका तिनका भी काम आएगा,
    उजड़े हुए घर को जब बसाना है.
    ये आपने तिनका तिनका का प्रयोग बहुत ही सार्थक किया है मुझे लगता है कि तिनका का अभिप्रय आपके प्रयसों से है जो आपने ईश्वर को पाने की चाह में उसका स्मरण करते वक्त उसका नाम लिया उसका ध्यान किया या अन्यथा उसकी अराधना की..

    शामिल हो जिसमें तेरी धड़कन भी,
    मुझको वो गीत गुनगुनाना है.
    है ईशवर जो सत्य का मार्ग तूने मुझे सुझाया है जो तुझे प्रिय है जो निश्वर्थ भक्ति ईश्वर तुझे प्रिय है उसी मार्ग को अपना कर में तेरी अराधना करूं..

    दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
    पर तेरे ख्वाब में भी आना है.
    मेरा संकल्प है मेरी चाह है मेरा विश्वास है कि मैं अपनी भक्ति से तुझे इतना विवश कर दूं कि हे विधाता तुझे मेरे बारे में सोचने मुझे अपनी शरण में लेने के लिए विवश होना ही पड़ेगा...

    गर फुर्सत मिले तो आ जाना,
    राह में पलकें भी तो बिछाना है.
    हे ईश्वर अगर आप मेरी परीक्षा लेना चाहो तो में हमेशा तैयार हूं कभी परीक्षा ले के तो देख में हमेशा तत्पर हूं किसी भी समय किसी भी परिस्थिति में हर परीक्षा के लिए तैयार हूं पर मुझे तो तुझे पाना है..
    रूठी किस्मत को मनाने के लिए,
    उनसे अब रूठना मनाना है.
    इन पंक्तियों में भक्ति की पराकाष्ठा है अपने आराध्य को उलाह्ना देना भक्ति में साम दंड भेद सभी तरह से ईश्वर का अपनी ओर ध्यान आकर्षित करवाना है

    अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
    आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...
    है ईश्वर में अपना सब कुछ तुझ पर न्यौछवर कर सकता हूं सब कुछ तो तेरा दिया है पर में तेरी भक्ति पाने के लिए अपनी भक्ति तुझे नहीं देने का
    क्योंकि तेरी भक्ति को पाना ही मेरी भक्ति का उद्देश्य है...
    आपकी रचना में ईशवर की परम भक्ति नजर आती है ..बहुत ही सुंदर कविता बघाई..

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