आने वाला वर्ष सभी के लिए मंगलमय हो इसी कामना के साथ आप सभी को सहपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ...
ओ अम्बर!
मैंने कभी नहीं चाहा
तुम्हारी ऊंचाईयों को छूना
हमेशा डूबना चाहा
तुम्हारे विस्तार में
बस इतनी चाहत है
जड़े रहें चांद-सितारे
दामन में तुम्हारे
सागर भी आकर
चरण तुम्हारे पखारे
और मैं
पलकें बंद करके
डूबी रहूँ
प्रीत की गहराईयों में ....
ओ अम्बर!
मैंने कभी नहीं चाहा
तुम्हारी ऊंचाईयों को छूना
हमेशा डूबना चाहा
तुम्हारे विस्तार में
बस इतनी चाहत है
जड़े रहें चांद-सितारे
दामन में तुम्हारे
सागर भी आकर
चरण तुम्हारे पखारे
और मैं
पलकें बंद करके
डूबी रहूँ
प्रीत की गहराईयों में ....
bahut sundar rachana
जवाब देंहटाएंअम्बर तो सभी का है साझा ... पर प्रीत मिल जाए तो जीवन सज जाता है ...
जवाब देंहटाएंनव वर्ष मंगलमय हो ...
बहुत सुंदर भावपूर्ण प्रार्थना..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ...
जवाब देंहटाएंनए साल की हार्दिक शुभकामनाएं !
सुन्दर शब्द रचना
जवाब देंहटाएंनव बर्ष की शुभकामनाएं
http://savanxxx.blogspot.in
वाह बहुत सुन्दर -------और मैं
जवाब देंहटाएंपलकें बंद करके
डूबी रहूँ
प्रीत की गहराईयों में ...