जिंदगी ख्वाब है सजा के रखो,
उम्मीदों से भरा खजाना है.
तिनका तिनका भी काम आएगा,
उजड़े हुए घर को जब बसाना है.
शामिल हो जिसमें तेरी धड़कन भी,
मुझको वो गीत गुनगुनाना है.
दिल करता है उड़ा दूँ नींद तेरी,
पर तेरे ख्वाब में भी आना है.
गर फुर्सत मिले तो आ जाना,
राह में पलकें भी तो बिछाना है.
रूठी किस्मत को मनाने के लिए,
उनसे अब रूठना मनाना है.
अपनी मुस्कुराहट बचाकर रक्खी हैं,
आखिरी वक़्त मुस्कुराना है...