" है भारत देश हमारा "
हर चीज़ जहाँ की प्यारी,
जहाँ चाहत के हैं पुजारी,
जहाँ वतन धर्म पर भारी,
है, प्रीत जहाँ की न्यारी,
जहाँ ग़ालिब की ग़ज़ल है,
जहाँ प्यारा ताजमहल है,
जहाँ फूलों का बिस्तर है,
जहाँ अम्बर की चादर है,
जहाँ दूर तलक सागर है,
जहाँ सुहाना हर मंज़र है,
जहाँ झरने और हवाएं,
गीत प्यार के गायें,
जहाँ सूरज की लाली है,
जहाँ चंदा की बाली है,
जहाँ मेंहंदी चूड़ी पायल,
जहाँ बिंदिया साड़ी काजल,
जहाँ पंछी भी इतराएँ,
जहाँ नदियाँ भी बलखायें,
जहाँ मंदिर भी मस्जिद भी,
जहाँ गिरिजा भी गुरूद्वारे भी,
जहाँ पूजी जाये गंगा,
जहाँ लहराए तिरंगा,
जो लगे जान से प्यारा,
है ऐसा देश हमारा......................