शुक्रवार, 21 मार्च 2025

अमर काव्य, जीवन आधार... संध्या शर्मा

कविता, शब्दों का जादू,  

भावनाओं की सरिता,  

इसकी हर पंक्ति में छुपा है,  

संसार, अद्भुत, अनोखा।  


कभी खुशियों के रंग बिखेरे,  

कभी गम की छाया ले आए,  

कविता तो मन का आईना है,  

जो दिल की बात कह जाए।  


कभी तुकों में बंध बनती,

लय, छंदों में बहता संगीत,  

ये तो आत्मा की भाषा है,  

जो हर पल रचे नया गीत।  


कलम से उतरती है ,  

दिल की गहराई में जन्मती,  

कविता तो अमर है,  

हर युग में जीवंत रहती।  


शब्द ब्रह्म अक्षर अनंत,  

कविता है सृष्टि का सार,

हर पंक्ति में ब्रह्मांड बसा,

अमर काव्य जीवन आधार।  





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