कविता, शब्दों का जादू,
भावनाओं की सरिता,
इसकी हर पंक्ति में छुपा है,
संसार, अद्भुत, अनोखा।
कभी खुशियों के रंग बिखेरे,
कभी गम की छाया ले आए,
कविता तो मन का आईना है,
जो दिल की बात कह जाए।
कभी तुकों में बंध बनती,
लय, छंदों में बहता संगीत,
ये तो आत्मा की भाषा है,
जो हर पल रचे नया गीत।
कलम से उतरती है ,
दिल की गहराई में जन्मती,
कविता तो अमर है,
हर युग में जीवंत रहती।
शब्द ब्रह्म अक्षर अनंत,
कविता है सृष्टि का सार,
हर पंक्ति में ब्रह्मांड बसा,
अमर काव्य जीवन आधार।
शब्दै मारा गिर पड़ा, शब्दै छोड़ा राज।
जवाब देंहटाएंजिन जिन शब्द विवेकिया, तिनका सरिगो काज।।
सुंदर
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर सृजन
जवाब देंहटाएंये तो आत्मा की भाषा है,
जवाब देंहटाएंजो हर पल रचे नया गीत।
बहुत ही सुंदर और सार्थक व्याख्या। शुभकामनाएं दीदी।
काव्य की सुंदर परिभाषा
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं“कविता तो मन का आईना है”, ये लाइन एकदम सही है क्युकी कई बार हम कुछ महसूस करते है पर कह नहीं पते और फिर कलम खुद-ब-खुद शब्दों में ढाल देती है। “शब्द ब्रह्म, अक्षर अनंत”, सच में, कविता सिर्फ़ शब्दों का खेल नहीं है, ये तो आत्मा की आवाज़ होती है।
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