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शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

गणतंत्र …… संध्या शर्मा



झोंपड़ियों से
बंगलों तक
तहसील से
थानों तक
अफ़सरों से
नेताओं तक
गलियों से 
चौबारों तक
जंगल से 
शहरों तक 
हर जगह ढूँढा 
नहीं मिला
गणतंत्र 
इसका ठिकाना  
सुना, आप भी 
खोज रहे हैं 
मिल जाये तो 
मुझे भी बताना
कहाँ मिला
गणतंत्र

20 टिप्‍पणियां:

  1. BAHUT SAHI KAHA HAI AAPNE .AABHAR <a href="http://www.facebook.com/HINDIBLOGGERSPAGE>हम हिंदी चिट्ठाकार हैं</a>

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  2. खोजते हुए उम्र बीत जायेगी शायद....

    फिर भी..
    गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ !!

    सस्नेह
    अनु

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  3. संध्या शर्मा जी पता ठिकाना मिल जाये तो हमें भी बतलाइए आज जरुरत है देश को दिशा निर्देश के लिए .

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  4. बेहतरीन पंक्तियाँ ......है ही नहीं तो मिले कहाँ ..?

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  5. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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  6. हमें भी तलाश है संध्या जी ! शायद सभी इस तलाश में जुटे हैं ! यह जो तंत्र है वह गणों को ही निगलता जा रहा है ! फिर भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  7. संध्याजी
    मुझे गणतंत्र का पता मामूल है
    इसलिए बता रहा है

    मिलेगा जी
    जाकर देखों पीएम आवास में
    ऑफीसर-साहूकारों के जलमास में
    होती रहती है होली दिवाली भी खरमास में
    एमपी एमएलऐ लगे है आजादी के सत्यानाश में
    जन-गण तो बिता रही जिंदगी बनवास में....


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  8. अपना गणतंत्र हमी लोगों ने तो खो दिया है ,और हमी को वापस पाना है ,बहुत सुन्दर लिखा बहुत बहुत बधाई

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  9. वाकई न मन्त्र है न तंत्र है न यंत्र है

    गण के जतन के लिए ......बधाई ..

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  10. अब ये गणतंत्र है क्या .... बताना फिर से

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  11. sateek Rachna ...Badhai
    http://ehsaasmere.blogspot.in/2013/01/blog-post_26.html

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  12. बिलकुल सटीक बात कही है आपने...
    गणतंत्र अब कहा है ??

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  13. बहुत ही बढ़िया
    गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!

    सादर

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  14. बहुत सुंदर सटीक अभिव्यक्ति,,,

    गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
    recent post: गुलामी का असर,,,

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  15. यह गणतंत्र हमारे आपके पास है
    लेकिन शायद हम इसका सही उपयोग नहीं कर पा रहे

    सुन्दर रचना
    सादर !

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  16. लाजवाब करार व्यंग ... गणतंत्र कहाँ है आज ...

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