पलाश की डालियों पर
सज गए हो तुम
दहक रहे हो
पूरे जंगल में
मुझे पता है
कोई आये न आये
तुम ज़रूर आओगे
सब कुछ बदल जायेगा
पर तुम न बदलोगे
बने रहोगे तुम
जस के तस
आओ तुम्हारा
स्वागत है वसंत ...
आप सभी को वसंत पंचमी की हार्दिक बधाई व शुभकामनायें ....