tag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post7213094162897157515..comments2024-03-23T12:47:27.982+05:30Comments on मैं और मेरी कविताएं : शब्दाकुंरण... संध्या शर्मासंध्या शर्माhttp://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-2884519859249911412012-05-12T21:48:21.092+05:302012-05-12T21:48:21.092+05:30सुंदर कविता।सुंदर कविता।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-82619618242312294252012-05-11T18:13:15.854+05:302012-05-11T18:13:15.854+05:30संवेदनशील रचना अभिवयक्ति....संवेदनशील रचना अभिवयक्ति....विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-45737367145497400132012-05-11T13:58:10.581+05:302012-05-11T13:58:10.581+05:30बहुत सुंदर ! शब्दों का यह अंकुरण आगे बढ़े...बहुत सुंदर ! शब्दों का यह अंकुरण आगे बढ़े...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-43002802087568615402012-05-11T10:53:00.289+05:302012-05-11T10:53:00.289+05:30सुन्दर भावाभिव्यक्ति !सुन्दर भावाभिव्यक्ति !प्रताप नारायण सिंह (Pratap Narayan Singh)https://www.blogger.com/profile/08654132523168281005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-71735035719054679352012-05-11T10:10:29.089+05:302012-05-11T10:10:29.089+05:30नि:शब्द कर दिया आपकी रचना ने, शब्द संयोजन, बिंब एव...नि:शब्द कर दिया आपकी रचना ने, शब्द संयोजन, बिंब एवं शिल्प सराहनीय है। यूं ही लिखते रहें।sudha prajaptihttps://www.blogger.com/profile/07963406041844494481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-17070191391153356382012-05-11T08:51:21.588+05:302012-05-11T08:51:21.588+05:30और उन्मत्त होकर हमें भी मदमाने लगे हैं..अति सुन्दर...और उन्मत्त होकर हमें भी मदमाने लगे हैं..अति सुन्दर...Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-91876505157957116382012-05-10T20:39:26.462+05:302012-05-10T20:39:26.462+05:30बेहतरीन अर्थपूर्ण रचना.....
बहुत ही बढ़िया....बेहतरीन अर्थपूर्ण रचना.....<br />बहुत ही बढ़िया....मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-37936624002483438582012-05-10T18:15:25.158+05:302012-05-10T18:15:25.158+05:30निःशब्द कर दिया है..... बेहद ख़ूबसूरत और उम्दा रचना...निःशब्द कर दिया है..... बेहद ख़ूबसूरत और उम्दा रचना....संध्या जीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-86907062987298376472012-05-10T16:54:04.667+05:302012-05-10T16:54:04.667+05:30कोई भी भाव मरते नहीं ..
मौके की तलाश में होते हैं...कोई भी भाव मरते नहीं .. <br />मौके की तलाश में होते हैं .. <br />अंकुरण भी होता है पल्लवन भी ..<br /><br />बहुत खूब लिखा !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-84231866374698619362012-05-10T15:17:20.143+05:302012-05-10T15:17:20.143+05:30सुन्दर और अर्थपूर्ण शब्दों से भरी पोस्ट।सुन्दर और अर्थपूर्ण शब्दों से भरी पोस्ट।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-6705728995561784522012-05-10T12:47:11.630+05:302012-05-10T12:47:11.630+05:30सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-28561022373347360062012-05-10T12:33:32.851+05:302012-05-10T12:33:32.851+05:30बहुत सुंदर
क्या कहनेबहुत सुंदर<br />क्या कहनेमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-52149807783456743712012-05-10T11:37:52.407+05:302012-05-10T11:37:52.407+05:30अन्तर मन तक
उन शब्दों की डालियाँ
जिन्हें मैं बोल ...अन्तर मन तक<br />उन शब्दों की डालियाँ <br />जिन्हें मैं बोल ना सकी<br />अब वे फ़लने लगे हैं… <br /><br />रचना भाव बहुत अच्छे लगे......<br /><br />MY RECENT POST.... <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/05/blog-post_06.html#links" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: कभी कभी.....</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-66363895258584899962012-05-10T10:30:31.918+05:302012-05-10T10:30:31.918+05:30जब फल पाक जाएँ तो उसकी मिठास , उअका कसैलापन , उसका...जब फल पाक जाएँ तो उसकी मिठास , उअका कसैलापन , उसका स्वाद , बेस्वाद साझा कीजियेगा ... क्योंकि उन अनुभवों का अपना एक मूल्य हैरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-27734753909191210092012-05-10T09:00:50.102+05:302012-05-10T09:00:50.102+05:30बहुत सुंदर भाव...... बेहतरीन बिम्बबहुत सुंदर भाव...... बेहतरीन बिम्ब डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-78523134145452851662012-05-10T00:09:42.759+05:302012-05-10T00:09:42.759+05:30बहुत सुंदर भावभिव्यक्ति ...शब्दों का अंकुरण ... सु...बहुत सुंदर भावभिव्यक्ति ...शब्दों का अंकुरण ... सुंदर बिम्बसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7652648763997780982.post-10747147019186714732012-05-09T23:50:12.215+05:302012-05-09T23:50:12.215+05:30सुन्दर विचार कविता भाव बोध को सम्मोहित करती! हाँ आ...सुन्दर विचार कविता भाव बोध को सम्मोहित करती! हाँ आइन्दा पेड़ों पर ही उगेंगें शब्द बनेगें खुद अपनी खाद पेड़ों की ही मानिंद . ..बधाई स्वीकार करें . .कृपया यहाँ भी पधारें -<br />बुधवार, 9 मई 2012<br />शरीर की कैद में छटपटाता मनो -भौतिक शरीर<br />http://veerubhai1947.blogspot.in/<br />आरोग्य समाचार<br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_09.हटमल<br />क्या डायनासौर जलवायु परिवर्तन और खुद अपने विनाश का कारण बने ?<br />क्या डायनासौर जलवायु परिवर्तन और खुद अपने विनाश का कारण बने ?<br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com